राष्ट्रीय पार्क एवं वन्य जीव अभ्यारण्य
(National Parks and Wildlife Sanctuaries)
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वन्य-जीव-अभ्यारण्य-राजस्थान |
✔️ राष्ट्रीय जीवाश्म पाक्र जैसलमेर तथा बाडमेर जिले में फैला हुआ है ।
✔️ राजस्थान की प्रथम एवं क्षेत्रफल के अनुसार देश की सबसे छोटी बाघ परियोजना रणथम्भौर बाघ परियोजना (Ranthambore Tiger Project) है ।
✔️ राजस्थान में राष्ट्रीय उद्यान – 3, वन्य जीव अभ्यारण्य -25 एवं आखेट निषिद्ध क्षेत्र – 33 है ।
✔️ राजस्थान में टाईगर संरक्षण उद्यान तीन है ।
नोट :- दिनांक 09.01.2012 को मुकुन्दरा हिल्स नेशनल पार्क की अधिसुचना जारी की व दिनांक 11.04.2013 मुकुन्दार हिल्स टाईगर रिजर्व (Mukundar Hills Tiger Reserve) की अधिसूचना जारी की गई ।
✔️ राज्य की विश्नोई जाती मृग संरक्षण के लिये प्रसिद्ध है ।
✔️ राज्य के बीकानेर जिले के गजनेर अभ्यारण्य (Gajner Sanctuary) में बटवड़ पक्षी पाया जाता है, जिसे रेत का तीतर भी कहा जाता है ।
✔️ राज्य के कोटा जिले में स्थित चम्बल पार्क (Chambal Park) में पानी के साँप व घडियाल पाये जाते है |
✔️ राज्य के प्रतापगढ़ जिले में स्थित सीतामाता अभ्यारण्य (Sitamata Sanctuary) में उड़न गिलहरी व जहरीली छिपकली विशेष रूप से पाई जाती है ।
✔️ बन्दर व हरे कबुतर (हरियल) सर्वाधिक सरिस्का अभ्यारण्य (Sariska Reserve) अलवर में पाये जाते है । यह अभ्यारण्य राजा भर्तृहरी की तपस्या स्थली रहा है ।
✔️ रणथम्भौर अभ्यारण्य (Ranthambore Sanctuary) में सर्वाधिक धार्मिक स्थल स्थित है ।
✔️ तालछापर वन्य जीव अभ्यारण्य (Talchapar Wildlife Sanctuary) चुरू जिले में स्थित है, यह राज्य का दूसरा सबसे छोटा अभ्यारण्य है ।
✔️ जंगली मुर्गो के लिये राज्य का माउन्ट आबू अभ्यारण्य (Mount Abu Sanctuary) प्रसिद्ध है ।
✔️ कुरजा पक्षी की जन्मस्थली खिचन गाँव जोधपुर है ।
✔️ गागरोनी तोते राज्य के दर्रा अभ्यारण्य (Ranthambore Sanctuary) में पाये जाते है ।