12. लालगढ़ पैलेस :- बीकानेर
विशेष विवरण- महाराजा गंगासिंह द्वारा निर्मीत
13. पटवों की हवेली :- जैसलमेर
विशेष विवरण- जैसलमेर में स्थित
14. बागोर की हवेली :- उदयपुर
विशेष विवरण- अमरचन्द बड़वा द्वारा निर्मीत यहां विश्व की सबसे बड़ी पगड़ी रखी हुई है।
15. कृष्ण कुमारी विलास महल :- उदयपुर
विशेष विवरण- यहां राजकुमारी कृष्ण कुमारी ने जहर खाया था ।
16. जग मन्दिर महल :- उदयपुर
विशेष विवरण- पिछौला झील पर 1621 में कर्णसिंह द्वारा निर्माण कार्य प्रारम्भ करवाया, जिसे 1651 में जगत सिंह प्रथम ने पुरा करवाया
17. फतहप्रकाश महल :- चित्तौड़गढ़
विशेष विवरण- वर्तमान में राकीय सांग्रहालय स्थित है ।
18. सुनहरी कोठी :- टोंक
विशेष विवरण- सन् 1824 में वजीउद्दौला ने बनवाई |
19. हरसुख विलास :- करौली
विशेष विवरण- हरवक्ष पाल द्वारा निर्मित सफेद चन्दन के वृक्षों हेतु विख्यात
20. मान महल :- पुष्कर
विशेष विवरण- मानसिह प्रथम द्वारा निर्मीत
21. अभेड़ा महल :- कोटा
विशेष विवरण- चम्बल नदी के तट पर स्थित
22. मालजी का कमरा :- चुरू
विशेष विवरण- वास्तु विद्या का अनूठा उदाहरण
23. जोगी महल :- रणथम्भौर दुर्ग
विशेष विवरण- वर्तमान में विश्राम महल में परिवर्तित कर दिया है।
24. पंचमहल :- बैराठ की पहाडियाँ
विशेष विवरण- मानसिंह प्रथम द्वारा जयपुर में निर्मीत
25. रेनबसेरा :- झालावाड़
विशेष विवरण- किशनसागर झील के किनारे स्थित
26. सिसोदिया रानी का महल :- जयपुर
विशेष विवरण- जयसिंह द्धितीय द्वारा निर्मीत
27. जूनामहल :- डूगरपुर
विशेष विवरण- धनमाता पहाड़ी पर स्थित
28. अलबर्ट हॉल :- जयपुर
विशेष विवरण- प्रिंस अलबर्ट (सन् 1876) की यात्रा के समय रामसिंह द्धितीय ने बनवाया इसका नक्शा स्विन्टन जैकब ने बनाया था व उद्घाटन 1887 में माधोसिंह द्वितीय के काल में ब्रेडफोर्ड ने किया।
29. दिलखुश महल :- उदयपुर
विशेष विवरण- कर्णसिंह द्वारा निर्मीत
30. कर्णविलास महल :- उदयपुर
विशेष विवरण- कर्णसिंह द्वारा निर्मीत
31. जलमहल :- जयपुर
विशेष विवरण- जयसिंह द्धितीय द्वारा निर्मीत
32. सामोद महल :- जयपुर
विशेष विवरण- राजा बिहारी दास ने बनवाया
33. मुबारक महल :- टोंक
विशेष विवरण- ऊँट की कुर्बानी हेतु प्रसिद्ध
34. पोकरण की हवेली :- जोधपुर
विशेष विवरण- बड़े मीया की हवेली, राखी हवेली भी यहीं स्थित है ।
35. सुराणा हवेली :- चुरू
विशेष विवरण- कोठारी हवेली भी यहीं स्थित है।
36. भगसों की हवेली :- नवलगढ़
विशेष विवरण- झुन्झनु में स्थित है।
37. बड़े देवता की हवेली :- कोटा
विशेष विवरण- कोटा में स्थित है।
38. पंसारी की हवेली :- श्रीमाधोपुर
विशेष विवरण- सीकर में स्थित है।
39. पौद्धार की हवेली :- बिसाऊ
विशेष विवरण- झुन्झनु में
40. बारहठ की हवेली :- उदयपुर
विशेष विवरण- बाफना भी यहीं स्थित है।
41. राठी हवेली :- लक्ष्मणगढ़
विशेष विवरण- सीकर में स्थित है।
42. सोने-चाँदी की हवेली :- महनसर
विशेष विवरण- झुंझुनू में स्थित है।
43. खेतड़ी महल :- झुन्झनु
विशेष विवरण- भोपालसिंह द्वारा निर्मीत। इसे शेखावाटी का हवामहल कहते है। इसमें जयपुर के हवामहल एवं लखनऊ जैसी भुल–भूलैया की झलक देखने को मिलती है।
नोट :- नवलगढ़ (झुन्झनु) को शेखावाटी की स्वर्ण नगरी कहा जाता है ।