आर्थिक और सामाजिक विकास प्रश्न भाग -2
(Economic and social development Questions Part-2)
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भारतीय-अर्थव्यवस्था |
1. निम्न में से कौन ‘तरलता व्याप्ति अनुपात’ के बारे में सत्य है, जो हाल में समाचारों में था?
(a) संगठन हाऊस इसके माध्यम से अपनी कार्यकारी पूंजी की आवश्यकता की माप करते हैं।
(b) इसके अंतर्गत बैंक अपने अगले 30 दिनों की तरलता की व्यवस्था करते हैं।👈
(c) आर.बी.आई. इसके माध्यम से देश के मुद्रा बाजार में तरलता की आपूर्ति की माप करता है।
(d) यह अर्थव्यवस्था में उपलब्ध अल्पावधिक एवं दीर्घावधिक तरलता का अनुपात है।
(a) संगठन हाऊस इसके माध्यम से अपनी कार्यकारी पूंजी की आवश्यकता की माप करते हैं।
(b) इसके अंतर्गत बैंक अपने अगले 30 दिनों की तरलता की व्यवस्था करते हैं।👈
(c) आर.बी.आई. इसके माध्यम से देश के मुद्रा बाजार में तरलता की आपूर्ति की माप करता है।
(d) यह अर्थव्यवस्था में उपलब्ध अल्पावधिक एवं दीर्घावधिक तरलता का अनुपात है।
2. निम्न में से किन कार्यों के लिए भारतीय रुपये को पूर्ण परिवर्तनीयता दी गयी है। अपने उत्तर नीचे दिए गए कूट के माध्यम से चुनें:-
1. प्रेषण का प्रत्यावर्तन
2. विदेशी ऋणों का ब्याज भुगतान
3. प्रत्यक्ष विदेशी निवेश
4. अप्रत्यक्ष विदेशी निवेश
5. व्यापार
1. प्रेषण का प्रत्यावर्तन
2. विदेशी ऋणों का ब्याज भुगतान
3. प्रत्यक्ष विदेशी निवेश
4. अप्रत्यक्ष विदेशी निवेश
5. व्यापार
कूट:-
(a) 1, 3 और 5
(b) 1, 2, 4 और 5👈
(c) 3, 4 और 5
(d) 2, 4 और 5
(a) 1, 3 और 5
(b) 1, 2, 4 और 5👈
(c) 3, 4 और 5
(d) 2, 4 और 5
3. वर्ष 2016-17 से RBI द्वारा बैंकों की ऋण दरों के निर्धारण के लिए एक नयी विधि को परिचालित किया गया है-‘मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड्स बेस्ड लेंडिंग रेट’ (MCLR)। इस विधि को अपनाने के पीछे जो लक्ष्य हैं उन्हें नीचे दिए गए कथनों में से कूट की मदद से चुनें:-
1. नीति दरों के बैंक के ब्याज दरों में बेहतर पारेषण (Transmission)
2. बैंकों के ऋणों के ब्याज दरों के निर्णय की विधि में पारदर्शिता को प्रोत्साहन
3. बैंक ऋणों को ऐसे दरों पर उपलब्ध कराना जो ऋण लेने वाले और बैंक दोनों के लिए निष्पक्ष (fair) हो।
4. बैंकों और प्रतिस्पर्धी बनाना एवं उनके दीर्घकालिक मूल्य को बढ़ाना।
1. नीति दरों के बैंक के ब्याज दरों में बेहतर पारेषण (Transmission)
2. बैंकों के ऋणों के ब्याज दरों के निर्णय की विधि में पारदर्शिता को प्रोत्साहन
3. बैंक ऋणों को ऐसे दरों पर उपलब्ध कराना जो ऋण लेने वाले और बैंक दोनों के लिए निष्पक्ष (fair) हो।
4. बैंकों और प्रतिस्पर्धी बनाना एवं उनके दीर्घकालिक मूल्य को बढ़ाना।
कूटः-
(a) 1 और 3
(b) 1, 2 और 4
(c) 1, 3 और 4
(d) 1, 2, 3 और 4👈
(a) 1 और 3
(b) 1, 2 और 4
(c) 1, 3 और 4
(d) 1, 2, 3 और 4👈
4. मार्जिनल स्टैंडिंग फैसिलिटी (MSF) के बारे में निम्नलिखित कथनों पर विचार करें:-
1. एम.एस.एफ बैंकों के लिए अल्पकालीन ऋण प्राप्त करने के अंतिम उपाय के रूप में काम करता है।
2. एम.एस.एफ. पहले से विद्यमान एल.ए.एफ (LAF) की तरह काम करता है और उसका एक अंग है।
3. एक दंड दर के रूप में एम.एस.एफ रेपो के मुकाबले महँगा रास्ता है।
4. एम.एस.एफ. बैंकों की वास्तविक कुल भाग तथा समयबद्ध दायित्वों से सीधे जुड़ा है।
1. एम.एस.एफ बैंकों के लिए अल्पकालीन ऋण प्राप्त करने के अंतिम उपाय के रूप में काम करता है।
2. एम.एस.एफ. पहले से विद्यमान एल.ए.एफ (LAF) की तरह काम करता है और उसका एक अंग है।
3. एक दंड दर के रूप में एम.एस.एफ रेपो के मुकाबले महँगा रास्ता है।
4. एम.एस.एफ. बैंकों की वास्तविक कुल भाग तथा समयबद्ध दायित्वों से सीधे जुड़ा है।
उपरोक्त में से कौन-से कथन सही हैं?
(a) 1, 2 एवं 3
(b) 2, 3 एवं 4
(c) 1, 2, 3 एवं 4👈
(d) 1, 3 एवं 4
(a) 1, 2 एवं 3
(b) 2, 3 एवं 4
(c) 1, 2, 3 एवं 4👈
(d) 1, 3 एवं 4
5. भारतीय रिजर्व बैंक ने हाल ही में भारत में ‘प्रायोरिटी सेक्टर लैण्डिग’ (Priority Sector Lending) के तौर-तरीकों में संशोधन करने की घोषणा की है। इस घोषणा के संबंध में निम्नलिखित कथनों पर विचार करें:-
1. विदेशी बैंकों के पी.एस.एल. (PSL) लक्ष्यों को 40 प्रतिशत बढ़ाकर भारतीय बैंकों के समकक्ष कर दिया है, इसमें उनकी शाखाओं की संख्या का ध्यान नहीं रखा गया है।
2. खाद्य एवं कृषि-प्रसंस्कण तथा नो-फ्रिल अकाउंट (No-frill account) में 50,000 रुपये का ओवरड्राफ्ट इसमें शामिल कर लिया गया है।
3. ‘ऑफ-ग्रिड’ सौर ऊर्जा तथा अन्य नवीकरणीय ऊर्जा समाधानों को व्यावसायिक शिक्षा सहित अब पी.एस.एल. के अंतर्गत रखा गया है।
4. दो करोड़ रुपये तक का एम.एस.ई. ऋण भी अब बैंकों के पी.एस.एल. लैण्डिंग में जोड़ दिया गया है।
1. विदेशी बैंकों के पी.एस.एल. (PSL) लक्ष्यों को 40 प्रतिशत बढ़ाकर भारतीय बैंकों के समकक्ष कर दिया है, इसमें उनकी शाखाओं की संख्या का ध्यान नहीं रखा गया है।
2. खाद्य एवं कृषि-प्रसंस्कण तथा नो-फ्रिल अकाउंट (No-frill account) में 50,000 रुपये का ओवरड्राफ्ट इसमें शामिल कर लिया गया है।
3. ‘ऑफ-ग्रिड’ सौर ऊर्जा तथा अन्य नवीकरणीय ऊर्जा समाधानों को व्यावसायिक शिक्षा सहित अब पी.एस.एल. के अंतर्गत रखा गया है।
4. दो करोड़ रुपये तक का एम.एस.ई. ऋण भी अब बैंकों के पी.एस.एल. लैण्डिंग में जोड़ दिया गया है।
उपरोक्त में से कौन-से कथन सही हैं?
(a) 1, 2 एवं 3
(b) 2, 3 एवं 4👈
(c) 1, 3 एवं 4
(d) 1, 2, 3 एवं 4
(a) 1, 2 एवं 3
(b) 2, 3 एवं 4👈
(c) 1, 3 एवं 4
(d) 1, 2, 3 एवं 4
6. निम्नलिखित में से किस खंड (Segment) की मुद्रा को भारतीय रिजर्व बैंक के ‘अन्य’ जमा (‘Other’ Deposits) के रूप में जाना जाता है?
1. अर्द्ध-सरकारी निकायों के जमा को।
2. अन्य वित्तीय संस्थाओं एवं प्राथमिक डीलर्स को।
3. विदेशी केन्द्रीय बैंकों एवं सरकारों के खातों में अधिशेष (balance) को।
4. अंतरराष्ट्रीय ऐजेंसियों के खातों को।
1. अर्द्ध-सरकारी निकायों के जमा को।
2. अन्य वित्तीय संस्थाओं एवं प्राथमिक डीलर्स को।
3. विदेशी केन्द्रीय बैंकों एवं सरकारों के खातों में अधिशेष (balance) को।
4. अंतरराष्ट्रीय ऐजेंसियों के खातों को।
निम्नलिखित कूटों का उपयोग कर सही उत्तर का चयन करे:-
(a) 1, 2 एवं 3
(b) 2, 3 एवं 4
(c) 1, 3 एवं 4
(d) 1, 2, 3 एवं 4👈
(a) 1, 2 एवं 3
(b) 2, 3 एवं 4
(c) 1, 3 एवं 4
(d) 1, 2, 3 एवं 4👈
7. रिजर्व बैंक के नये मौद्रिक पूर्ण योग (New monetary aggregates) के अनुसार निम्नलिखित में से कौन ‘ब्रॉड मनी’ नहीं माना जाता?
1. आर.बी.आई. में बैंकर का जमा
2. बैंकों का डिमांड एंड टाइम डिपॉजिट
3. आर.बी.आई. में अन्य जमा
4. जनता के पास की मुद्रा एवं सिक्के
5. प्रचलन में मुद्रा
6. डाक घरों की बचत
1. आर.बी.आई. में बैंकर का जमा
2. बैंकों का डिमांड एंड टाइम डिपॉजिट
3. आर.बी.आई. में अन्य जमा
4. जनता के पास की मुद्रा एवं सिक्के
5. प्रचलन में मुद्रा
6. डाक घरों की बचत
निम्नलिखित कूटों का उपयोग कर सही उत्तर का चयन करें:-
(a) 1, 2 एवं 4
(b) 1, 4 एवं 6
(c) 1, 5 एवं 6👈
(d) 2, 3 एवं 4
(a) 1, 2 एवं 4
(b) 1, 4 एवं 6
(c) 1, 5 एवं 6👈
(d) 2, 3 एवं 4
8. निम्न में से कौन-सा कथन ‘व्युत्क्रमित सीमा शुल्क’ (inverted custom duty) के बारे में सत्य है?
(a) जब सीमा शुल्क तैयार उत्पाद पर कम और इनके कच्चे मालों पर अधिक हो।👈
(b) जब कुछ विशेष छूटों की वजह से बहुराष्ट्रीय कंपनियों के उत्पादों पर घरेलू कंपनियों की तुलना में कम हो। (c) जब निम्न कर प्रावधान वाले देशों द्वारा निर्यात पर उच्च छूट दी जाती है, जिससे घरेलू उद्योग को व्यापार में हानि होती है।
(d) उपरोक्त में कोई नहीं।
(a) जब सीमा शुल्क तैयार उत्पाद पर कम और इनके कच्चे मालों पर अधिक हो।👈
(b) जब कुछ विशेष छूटों की वजह से बहुराष्ट्रीय कंपनियों के उत्पादों पर घरेलू कंपनियों की तुलना में कम हो। (c) जब निम्न कर प्रावधान वाले देशों द्वारा निर्यात पर उच्च छूट दी जाती है, जिससे घरेलू उद्योग को व्यापार में हानि होती है।
(d) उपरोक्त में कोई नहीं।
9. क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों के बारे में निम्नलिखित कथनों पर विचार करें:-
1. क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों (RRBs) की शेयर पूँजी भारत सरकार भारतीय रिजर्व बैंक तथा अनुसूचित व्यावसायिक बैंकों द्वारा क्रमशः 50 प्रतिशत, 35 प्रतिशत एवं 15 प्रतिशत के अनुपात में प्रायोजित किया जाता है।
2. इसका मुख्य उद्देश्य ग्रामीण एवं कृषि क्षेत्र के सांस्थानिक जमा (institutional credit) का विस्तार करना है। 3. क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को भारत सरकार द्वारा व्यास समिति की अनुशंसाओं के आलोक में पुनर्गठित किया जा रहा है।
4. क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों में नियुक्तियाँ प्रायोजक अनुसूचित बैंकों द्वारा की जाती है; जो कि आई. बी.पी.एस. नियुक्ति प्रक्रिया के बाहर होता है।
1. क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों (RRBs) की शेयर पूँजी भारत सरकार भारतीय रिजर्व बैंक तथा अनुसूचित व्यावसायिक बैंकों द्वारा क्रमशः 50 प्रतिशत, 35 प्रतिशत एवं 15 प्रतिशत के अनुपात में प्रायोजित किया जाता है।
2. इसका मुख्य उद्देश्य ग्रामीण एवं कृषि क्षेत्र के सांस्थानिक जमा (institutional credit) का विस्तार करना है। 3. क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को भारत सरकार द्वारा व्यास समिति की अनुशंसाओं के आलोक में पुनर्गठित किया जा रहा है।
4. क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों में नियुक्तियाँ प्रायोजक अनुसूचित बैंकों द्वारा की जाती है; जो कि आई. बी.पी.एस. नियुक्ति प्रक्रिया के बाहर होता है।
उपरोक्त में से कौन-से कथन सही हैं?
(a) 1 एवं 2
(b) 2 एवं 3👈
(c) 1 एवं 3
(d) 1 एवं 4
(a) 1 एवं 2
(b) 2 एवं 3👈
(c) 1 एवं 3
(d) 1 एवं 4
10. ‘बैंक रन’ (bank run) के बारे में निम्नलिखित में से कौन-सा कथन सही है?
(a) किसी दिन व्यवसाय के अंत में बैंक के चेस्ट में बचा पैसा।
(b) घबराहट वाली एक स्थिति, जबकि खातेदार बैंक से अपना पैसा निकालना शुरू कर देते हैं👈
(c) बैंक की कुल परिसम्पत्ति तथा कुल दायित्यों का अनुपात।
(d) वह अवधि जिसमें बैंक बाजार में सबसे अधिक जमा सृजित करता है।
(a) किसी दिन व्यवसाय के अंत में बैंक के चेस्ट में बचा पैसा।
(b) घबराहट वाली एक स्थिति, जबकि खातेदार बैंक से अपना पैसा निकालना शुरू कर देते हैं👈
(c) बैंक की कुल परिसम्पत्ति तथा कुल दायित्यों का अनुपात।
(d) वह अवधि जिसमें बैंक बाजार में सबसे अधिक जमा सृजित करता है।
11. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए:-
1. बढ़ी हुई मुद्रास्फीति से बॉण्ड धारक और जमाकर्ता दोनों को क्षति होती है।
2. आर.बी.आई. द्वारा ट्रेजरी बिल में किए गए निवेश से मुनाफा बढ़ी हुई मुद्रास्फीति की स्थिति में गिरता
3. बॉण्ड धारकों की आय बढ़ती है बढ़ती हुई मुद्रास्फीति से – इन्फ्लेशन इंडेक्स्ड बॉण्ड में।
4. अपस्फीति (deflation) की परिस्थितियों में सरकार के बाजार में उधारी बढ़ती है।
1. बढ़ी हुई मुद्रास्फीति से बॉण्ड धारक और जमाकर्ता दोनों को क्षति होती है।
2. आर.बी.आई. द्वारा ट्रेजरी बिल में किए गए निवेश से मुनाफा बढ़ी हुई मुद्रास्फीति की स्थिति में गिरता
3. बॉण्ड धारकों की आय बढ़ती है बढ़ती हुई मुद्रास्फीति से – इन्फ्लेशन इंडेक्स्ड बॉण्ड में।
4. अपस्फीति (deflation) की परिस्थितियों में सरकार के बाजार में उधारी बढ़ती है।
उपरोक्त में से कौन-सा कथन सही है?
(a) 1, 2 एवं 3
(b) 2, 3 एवं 4
(c) 1, 3 एवं 4👈
(d) 1, 2, 3 एवं 4
(a) 1, 2 एवं 3
(b) 2, 3 एवं 4
(c) 1, 3 एवं 4👈
(d) 1, 2, 3 एवं 4
12. भारत में विभिन्न मुद्रा बाजार संघटकों ( money market components) के परिचालन से संबंधित निम्नलिखित कथनों पर विचार करें:-
1. एक बार जब मुद्रास्फीति काफी बढ़ जाती है तब कामकाजी पूँजी उधार लेने के लिए कमर्शियल पेपर रूट लाभकारी होता है।
2. मुद्रास्फीति बढ़ने पर कॉल मनी मार्केट में बैंकों की परिचालन लागत गिर जाती है।
3. मुद्रास्फीति बढ़ने पर मनी मार्केट म्युचुअल फंड से आय में कमी होती है।
4. मुद्रास्फीति के घटते स्तर पर कैश मैनेजमेंट बिल पर भारत सरकार का ब्याज भुगतान दायित्व बढ़ जाता है।
1. एक बार जब मुद्रास्फीति काफी बढ़ जाती है तब कामकाजी पूँजी उधार लेने के लिए कमर्शियल पेपर रूट लाभकारी होता है।
2. मुद्रास्फीति बढ़ने पर कॉल मनी मार्केट में बैंकों की परिचालन लागत गिर जाती है।
3. मुद्रास्फीति बढ़ने पर मनी मार्केट म्युचुअल फंड से आय में कमी होती है।
4. मुद्रास्फीति के घटते स्तर पर कैश मैनेजमेंट बिल पर भारत सरकार का ब्याज भुगतान दायित्व बढ़ जाता है।
निम्नलिखित कुट का उपयोग कर सही कथनों का चयन करें:-
(a) 1, 2 एवं 3
(b) 2, 3 एवं 4
(c) 1, 3 एवं 4
(d) 1, 2, 3 एवं 4👈
(a) 1, 2 एवं 3
(b) 2, 3 एवं 4
(c) 1, 3 एवं 4
(d) 1, 2, 3 एवं 4👈
13. निम्नलिखित कथनों पर विचार करें:-
1. जब मुद्रास्फीति अधिकतम होती है तब सरकार के ऋण अदायगी लागत न्यूनतम होती है।
2. बढ़ती मुद्रस्फीति से सरकार का कर संग्रह बढ़ जाता है।
3. सीनोरेज (seignorage) सरकार की आय बढ़ाने की दुधारी तकनीक है।
1. जब मुद्रास्फीति अधिकतम होती है तब सरकार के ऋण अदायगी लागत न्यूनतम होती है।
2. बढ़ती मुद्रस्फीति से सरकार का कर संग्रह बढ़ जाता है।
3. सीनोरेज (seignorage) सरकार की आय बढ़ाने की दुधारी तकनीक है।
निम्नलिखित कूटों का उपयोग कर सही कथनों का चयन करें:-
(a) 1 एवं 2
(b) 2 एवं 3
(c) 1 एवं 3
(d) 1, 2 एवं 3👈
(a) 1 एवं 2
(b) 2 एवं 3
(c) 1 एवं 3
(d) 1, 2 एवं 3👈
14. भारतीय रिजर्व बैंक के कार्यों से संबंधित निम्नलिखित कथनों पर विचार करें:-
1. ऋण एवं मौद्रिक नीति (credit & monetary policy) के संबंध में अंतिम निर्णय केन्द्रीय वित्त मंत्रालय
द्वारा लिया जाता है।
2. भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा खुला बाजार परिचालन (open market operation) उसके स्वशासी शक्तियों के अंतर्गत आता है।
3. भारत में नये करेंसी नोट जारी करने संबंधी अंतिम शक्ति भारतीय रिजर्व बैंक के पास है।
4. भारतीय रिजर्व बैंक को अखिल भारतीय वित्त संस्थाओं के नियमन के लिए पूरी स्वायत्तता प्राप्त है।
1. ऋण एवं मौद्रिक नीति (credit & monetary policy) के संबंध में अंतिम निर्णय केन्द्रीय वित्त मंत्रालय
द्वारा लिया जाता है।
2. भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा खुला बाजार परिचालन (open market operation) उसके स्वशासी शक्तियों के अंतर्गत आता है।
3. भारत में नये करेंसी नोट जारी करने संबंधी अंतिम शक्ति भारतीय रिजर्व बैंक के पास है।
4. भारतीय रिजर्व बैंक को अखिल भारतीय वित्त संस्थाओं के नियमन के लिए पूरी स्वायत्तता प्राप्त है।
उपरोक्त में से कौन-से कथन गलत हैं?
(a) 1, 2 एवं 3
(b) 2, 3 एवं 4👈
(c) 1, 3 एवं 4
(d) 1, 2, 3 एवं 4
(a) 1, 2 एवं 3
(b) 2, 3 एवं 4👈
(c) 1, 3 एवं 4
(d) 1, 2, 3 एवं 4
15. ‘मार्केट मेकर’ संबंध में निम्नलिखित कथनों पर विचार करें:-
1. मार्केट मेकर भारतीय प्रतिभूति बाजार में एक प्रकार का दलाल (ब्रोकर) है, जो सिक्यूरिटीज के लिए दोतरफा मूल्य ‘कोट’ करता है।
2. ‘ओवर दि काउंटर स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया लि.’ (OTCEI) के प्लेटफॉर्म पर लेन-देन के लिए केवल मार्केट मेकर है।
3. ‘डिस्काउंट एंड फाइनांस हाउस ऑफ इंडिया’ (DFHI) भारतीय मुद्रा बाजार का प्रमुख मार्केट मेकर है।
4. दलालों के लिए सिक्यूरिटीज के दोतरफा मूल्य (two-way prices) ‘कोट’ करने की कोई बाध्यता नहीं होती, हालांकि वे स्वैच्छिक रूप से ऐसा कर सकते हैं।
1. मार्केट मेकर भारतीय प्रतिभूति बाजार में एक प्रकार का दलाल (ब्रोकर) है, जो सिक्यूरिटीज के लिए दोतरफा मूल्य ‘कोट’ करता है।
2. ‘ओवर दि काउंटर स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया लि.’ (OTCEI) के प्लेटफॉर्म पर लेन-देन के लिए केवल मार्केट मेकर है।
3. ‘डिस्काउंट एंड फाइनांस हाउस ऑफ इंडिया’ (DFHI) भारतीय मुद्रा बाजार का प्रमुख मार्केट मेकर है।
4. दलालों के लिए सिक्यूरिटीज के दोतरफा मूल्य (two-way prices) ‘कोट’ करने की कोई बाध्यता नहीं होती, हालांकि वे स्वैच्छिक रूप से ऐसा कर सकते हैं।
उपरोक्त में से कौन-से कथन सही हैं?
(a) 1, 2 एवं 3
(b) 2, 3 एवं 4
(c) 1, 3 एवं 4
(d) 1, 2, 3 एवं 4👈
(a) 1, 2 एवं 3
(b) 2, 3 एवं 4
(c) 1, 3 एवं 4
(d) 1, 2, 3 एवं 4👈
16. “कॉमोडिटी फ्युचर ट्रेडिंग इन इंडिया” के विषय में निम्नलिखित कथनों पर विचार करें:-
1. यह वस्तुओं के मूल्य में स्थिरता के लिए सर्वोत्तम उपकरण है।
2. कॉमोडिटी एक्सचेंज में प्राइस डिस्कवरी स्थानीय एवं वैश्विक कारकों को ‘प्राइस सर्च’ की प्रक्रिया में छूट प्रदान करता है।
3. यह भारत में कृषि-वस्तुओं के लिए सबसे अधिक उपयुक्त है जहाँ कि विभिन्न प्राकृतिक एवं मानव जनित कारणों से मूल्यों में सबसे अधिक उतार-चढ़ाव होता है।
4. प्रायः भारत सरकार कुछ कृषि वस्तुओं के व्यापार पर रोक लगा देती है क्योंकि तात्कालिक रूप से इससे मूल्यों में भारी उछाल आ सकता है।
1. यह वस्तुओं के मूल्य में स्थिरता के लिए सर्वोत्तम उपकरण है।
2. कॉमोडिटी एक्सचेंज में प्राइस डिस्कवरी स्थानीय एवं वैश्विक कारकों को ‘प्राइस सर्च’ की प्रक्रिया में छूट प्रदान करता है।
3. यह भारत में कृषि-वस्तुओं के लिए सबसे अधिक उपयुक्त है जहाँ कि विभिन्न प्राकृतिक एवं मानव जनित कारणों से मूल्यों में सबसे अधिक उतार-चढ़ाव होता है।
4. प्रायः भारत सरकार कुछ कृषि वस्तुओं के व्यापार पर रोक लगा देती है क्योंकि तात्कालिक रूप से इससे मूल्यों में भारी उछाल आ सकता है।
उपरोक्त में से कौन-से कथन सही हैं?
(a) 1 एवं 2
(b) 2 एवं 3
(c) 1 एवं 3
(d) 1, 2 एवं 3👈
(a) 1 एवं 2
(b) 2 एवं 3
(c) 1 एवं 3
(d) 1, 2 एवं 3👈
17. प्राथमिक प्रतिभूति बाजार से पूँजी उगाही के लिए ‘निजी स्थापन’ मार्ग के बारे में निम्नलिखित कथनों पर विचार करें:-
1. शेयर निवेशकों के एक विशेष चयनित समूह को बेचे जाते हैं प्रत्यक्ष वार्ता की प्रक्रिया के माध्यम
2. यह पब्लिक इश्यू मार्ग के बिल्कुल विपरीत है जहाँ कि निवेशकों से कोई वार्ता नहीं होती।
3. विदेशी और घरेलू वित्तीय संस्थाओं के अतिरिक्त व्यक्ति भी इसमें भाग ले सकते हैं।
1. शेयर निवेशकों के एक विशेष चयनित समूह को बेचे जाते हैं प्रत्यक्ष वार्ता की प्रक्रिया के माध्यम
2. यह पब्लिक इश्यू मार्ग के बिल्कुल विपरीत है जहाँ कि निवेशकों से कोई वार्ता नहीं होती।
3. विदेशी और घरेलू वित्तीय संस्थाओं के अतिरिक्त व्यक्ति भी इसमें भाग ले सकते हैं।
उपरोक्त में से कौन-से कथन सही हैं?
(a) 1 एवं 2
(b) 2 एवं 3
(c) 1 एवं 3
(d) 1, 2 एवं 3👈
(a) 1 एवं 2
(b) 2 एवं 3
(c) 1 एवं 3
(d) 1, 2 एवं 3👈
18. सीमित दायित्व वाले फर्म (limited liability firm) के बारे में निम्नलिखित कथनों पर विचार करें:-
1. किसी कम्पनी का ‘नॉमिनल कैपिटल’ (नामिक पूँजी) ही वह सीमा है जहाँ तक कि एक कम्पनी अपने शेयर जारी कर सकती है।
2. किसी कम्पनी के ‘रजिस्टर्ड कैपिटल’ तथा ‘ऑथोराइज्ड कैपिटल’ समानार्थक हैं।
3. पेड-अप कैपिटल कभी भी किसी कम्पनी के इश्यूड कैपिटल (Issued capital) से अधिक नहीं हो सकता।
4. किसी कम्पनी के पेड-अप कैपिटल की ऊपरी सीमा ही उसका ऑथोराइज्ड कैपिटल होती है।
1. किसी कम्पनी का ‘नॉमिनल कैपिटल’ (नामिक पूँजी) ही वह सीमा है जहाँ तक कि एक कम्पनी अपने शेयर जारी कर सकती है।
2. किसी कम्पनी के ‘रजिस्टर्ड कैपिटल’ तथा ‘ऑथोराइज्ड कैपिटल’ समानार्थक हैं।
3. पेड-अप कैपिटल कभी भी किसी कम्पनी के इश्यूड कैपिटल (Issued capital) से अधिक नहीं हो सकता।
4. किसी कम्पनी के पेड-अप कैपिटल की ऊपरी सीमा ही उसका ऑथोराइज्ड कैपिटल होती है।
निम्नलिखित कूटों का उपयोग कर सही कथनों का चयन करें:-
(a) 1, 2 एवं 3
(b) 2, 3 एवं 4
(c) 1, 3 एवं 4
(d) 1, 2, 3 एवं 4👈
(a) 1, 2 एवं 3
(b) 2, 3 एवं 4
(c) 1, 3 एवं 4
(d) 1, 2, 3 एवं 4👈
19. एंजेल इन्वेस्टर (Angel Investor) के संबंध में निम्नलिखित कथनों पर विचार करें:-
1. ऐसे निवेशकों का ध्यान इस पर केन्द्रित रहता है कि वे व्यवसाय की सफलता के लिए सहायता दें, न कि अपने निवेश से भारी मुनाफा कमाएँ।
2. सिद्धांत रूप में, मुनाफा की प्रेरणा में, वे ‘वेंचर कैपिटलिस्ट’ से बिल्कुल उलट होते हैं।
3. वे सामान्यतः ‘व्यक्ति’ के लिए निवेश करते हैं न कि व्यवसाय की व्यवहार्यता (viability) के लिए।
4. भारत में वे ‘वेंचर कैपिटल फंड’ की कोटि में वर्गीकृत किए जाते हैं।
1. ऐसे निवेशकों का ध्यान इस पर केन्द्रित रहता है कि वे व्यवसाय की सफलता के लिए सहायता दें, न कि अपने निवेश से भारी मुनाफा कमाएँ।
2. सिद्धांत रूप में, मुनाफा की प्रेरणा में, वे ‘वेंचर कैपिटलिस्ट’ से बिल्कुल उलट होते हैं।
3. वे सामान्यतः ‘व्यक्ति’ के लिए निवेश करते हैं न कि व्यवसाय की व्यवहार्यता (viability) के लिए।
4. भारत में वे ‘वेंचर कैपिटल फंड’ की कोटि में वर्गीकृत किए जाते हैं।
निम्नलिखित कूटों का उपयोग कर सही कथनों का चुनाव करें:-
(a) 1, 2 एवं 3
(b) 2, 3 एवं 4
(c) 1, 3 एवं 4
(d) 1, 2, 3 एवं 4👈
(a) 1, 2 एवं 3
(b) 2, 3 एवं 4
(c) 1, 3 एवं 4
(d) 1, 2, 3 एवं 4👈
20. निम्नलिखित कथनों पर विचार करें:-
1. इंडियन डिपॉजिटरी रिसिप्ट्स (IDRs) भारतीय निवेशकों को विदेशी कम्पनियों में रुपये में निवेश
करने की अनुमति देती हैं।
2. ग्लोबल डिपॉजिटरी रिसिप्ट्स (GDRs) विदेशी निवेशकों के लिए भारतीय कम्पनियों में उनकी अपनी मुद्रा में निवेश करना संभव बनाती है।
3. आई.डी.आर. भारत में एक घरेलू डिपॉजिटरी द्वारा जारी होते हैं।
4. यद्यपि भारत में आई.डी.आर. के प्रावधान हैं, विदेशी कम्पनियाँ द्वारा भारत में आई.डी.आर. जारी किया
जाना अभी बाकी है।
1. इंडियन डिपॉजिटरी रिसिप्ट्स (IDRs) भारतीय निवेशकों को विदेशी कम्पनियों में रुपये में निवेश
करने की अनुमति देती हैं।
2. ग्लोबल डिपॉजिटरी रिसिप्ट्स (GDRs) विदेशी निवेशकों के लिए भारतीय कम्पनियों में उनकी अपनी मुद्रा में निवेश करना संभव बनाती है।
3. आई.डी.आर. भारत में एक घरेलू डिपॉजिटरी द्वारा जारी होते हैं।
4. यद्यपि भारत में आई.डी.आर. के प्रावधान हैं, विदेशी कम्पनियाँ द्वारा भारत में आई.डी.आर. जारी किया
जाना अभी बाकी है।
निम्नलिखित कूटों का उपयोग कर सही कथनों का चयन करें:-
(a) 1, 2 एवं 3👈
(b) 2, 3 एवं 4
(c) 1, 3 एवं 4
(d) 1, 2, 3 एवं 4
(a) 1, 2 एवं 3👈
(b) 2, 3 एवं 4
(c) 1, 3 एवं 4
(d) 1, 2, 3 एवं 4
21. ‘निवल स्थायी फंडिंग अनुपात’ (NSFR) जो हाल में समाचारों में था, के बारे में निम्न में से कौन-सा कथन सत्य नहीं है?
(a) यह बेसल III प्रावधानों का एक अंश है, जिससे बैंकों का नियमन होता है।
(b) भारतीय बैंकों के लिए इसे मानना अनिवार्य है।
(c) यह एक फंड का अनुपात है, जिसके माध्यम से
बैंकों की दीर्घावधिक धन की जरूरतों पूर्ति का अनुमान प्राप्त होता है।
(d) भारत इस प्रावधान को मानने के लिए कटिबद्ध नहीं है👈
(a) यह बेसल III प्रावधानों का एक अंश है, जिससे बैंकों का नियमन होता है।
(b) भारतीय बैंकों के लिए इसे मानना अनिवार्य है।
(c) यह एक फंड का अनुपात है, जिसके माध्यम से
बैंकों की दीर्घावधिक धन की जरूरतों पूर्ति का अनुमान प्राप्त होता है।
(d) भारत इस प्रावधान को मानने के लिए कटिबद्ध नहीं है👈
22. हाल ही में भारत सरकार द्वारा एक नई विनिवेश नीति की घोषणा की गई थी। नीचे दिए गए कूट का उपयोग करते हुए, इससे संबंधित सही व्यक्तव्य चुनें:-
1. नई नीति के तहत पीएसयू का अब निजीकरण किया जा सकता है।
2. भारत सरकार पीएसयू के शेयर 100 फीसदी तक भी बेच सकती है
3. पीएसयू का इस्तेमाल अर्थव्यवस्था में अधिक निवेश आकर्षित करने के लिए किया जाएगा।
1. नई नीति के तहत पीएसयू का अब निजीकरण किया जा सकता है।
2. भारत सरकार पीएसयू के शेयर 100 फीसदी तक भी बेच सकती है
3. पीएसयू का इस्तेमाल अर्थव्यवस्था में अधिक निवेश आकर्षित करने के लिए किया जाएगा।
कूटः-
(a) सिर्फ 1
(b) 2 और 3
(c) सिर्फ 2
(d) 1, 2 और 3👈
(a) सिर्फ 1
(b) 2 और 3
(c) सिर्फ 2
(d) 1, 2 और 3👈
23. ‘पूँजी उपभोग’ (capital consumption) के बारे में निम्नलिखित कथनों पर विचार करें:-
1. वह स्थिति जिसमें एक कम्पनी को एक के बाद साल में हानि उठाने के कारण अपने चालू खर्चों के लिए भुगतान के लिए अपने पूँजी आधार (capital base) का इस्तेमाल करना पड़ता है।
2. वह स्थिति, जिसमें सूचीबद्ध फर्म हानि या क्षति के बारे में प्रतिवेदित करती हैं जिससे कि वे मंदी का अधिक-से-अधिक लाभ उठा सकें।
3. वह प्रक्रिया, जिसमें एक कम्पनी अपने परिचालन में अधिक हानि के कारण अपने शेयर धारकों को
लाभांश देने की स्थिति में नहीं होती।
1. वह स्थिति जिसमें एक कम्पनी को एक के बाद साल में हानि उठाने के कारण अपने चालू खर्चों के लिए भुगतान के लिए अपने पूँजी आधार (capital base) का इस्तेमाल करना पड़ता है।
2. वह स्थिति, जिसमें सूचीबद्ध फर्म हानि या क्षति के बारे में प्रतिवेदित करती हैं जिससे कि वे मंदी का अधिक-से-अधिक लाभ उठा सकें।
3. वह प्रक्रिया, जिसमें एक कम्पनी अपने परिचालन में अधिक हानि के कारण अपने शेयर धारकों को
लाभांश देने की स्थिति में नहीं होती।
उपरोक्त में से कौन-सा कथन गलत है?
(a) 1 एवं 2
(b) 2 एवं 3
(c) 1 एवं 3
(d) 1, 2 एवं 3👈
(a) 1 एवं 2
(b) 2 एवं 3
(c) 1 एवं 3
(d) 1, 2 एवं 3👈
24. भारत में ‘सूक्ष्म वित्त’ (micro finance) के बारे में निम्नलिखित कथनों पर विचार करें:-
1. सूक्ष्म वित्त एक लघु स्तरीय मध्यस्थता है, जिसमें बचत, ऋण, बीमा, व्यावसायिक सेवाएँ तथा तकनीकी सहयोग जरूरतमंद ऋणी को दिया जाता है
2. सूक्ष्म वित्त पहल का जोर उत्पादन एवं उपभोग ऋण को संभावित ऋण प्राप्तकर्ता को उसके अवशोषण क्षमता के आधार पर प्रणालीबद्ध करने पर रहता है।
3. इसका विकास विभिन्न कालों में विभिन्न मॉडलों का अनुसरण करके हुआ है – ‘एक दान आधारित मॉडल’ से ‘मितव्ययिता आधारित मॉडल’ और अंत में ‘भरोसा एवं ऋण योग्यता (trust and credit worthiness) मॉडल’ तक।
4. सूक्ष्म वित्त संस्थाओं और औपचारिक वित्तीय संस्थाओं के बीच जुड़ाव आस्ट्रेलिया में बना और विकसित हुआ।
1. सूक्ष्म वित्त एक लघु स्तरीय मध्यस्थता है, जिसमें बचत, ऋण, बीमा, व्यावसायिक सेवाएँ तथा तकनीकी सहयोग जरूरतमंद ऋणी को दिया जाता है
2. सूक्ष्म वित्त पहल का जोर उत्पादन एवं उपभोग ऋण को संभावित ऋण प्राप्तकर्ता को उसके अवशोषण क्षमता के आधार पर प्रणालीबद्ध करने पर रहता है।
3. इसका विकास विभिन्न कालों में विभिन्न मॉडलों का अनुसरण करके हुआ है – ‘एक दान आधारित मॉडल’ से ‘मितव्ययिता आधारित मॉडल’ और अंत में ‘भरोसा एवं ऋण योग्यता (trust and credit worthiness) मॉडल’ तक।
4. सूक्ष्म वित्त संस्थाओं और औपचारिक वित्तीय संस्थाओं के बीच जुड़ाव आस्ट्रेलिया में बना और विकसित हुआ।
निम्नलिखित कूटों का उपयोग कर सही कथनों का चयन करें:-
(a) 1, 2 एवं 3
(b) 2, 3 एवं 4
(c) 1, 3 एवं 4
(d) 1, 2, 3 एवं 4👈
(a) 1, 2 एवं 3
(b) 2, 3 एवं 4
(c) 1, 3 एवं 4
(d) 1, 2, 3 एवं 4👈
25. “क्रिप्टो करेंसी’ हाल में समाचारों में थी। इससे जुड़े सत्य कथन/कथनों का नीचे दिए गए कूट के माध्यम से चयन करें:-
1. भारत सरकार ‘क्रिप्टो करेंसीज’ को एक वैधानिक संविदा नहीं मानती है।
2. सरकार इसक इस्तेमाल को समाप्त करना चाहती है।
1. भारत सरकार ‘क्रिप्टो करेंसीज’ को एक वैधानिक संविदा नहीं मानती है।
2. सरकार इसक इस्तेमाल को समाप्त करना चाहती है।
कूटः-
(a) केवल 1👈
(b) केवल 2
(c) 1 और 2 दोनों
(d) न 1, न ही 2
(a) केवल 1👈
(b) केवल 2
(c) 1 और 2 दोनों
(d) न 1, न ही 2