राजस्थान के लघु एवं कुटीर उद्योग
(Small and cottage industries of Rajasthan)

राजस्थान-के-लघु-एवं-कुटीर-उद्योग

वस्त्र उद्योग (clothing industry)
✔️ सूती वस्त्र की एडवर्ड मिल ब्यावर (Edward Mill Beauver) में स्थित है, इसकी स्थापना 1903-04 में की गई है ।
✔️ भीलवाड़ा जिले में स्थित मेवाड़ टेक्स्टाईल मिल (Mewar Textile Mill) की स्थापना 1938 में हुई ।
✔️ राजस्थान का सबसे प्राचीन व सबसे बड़ा उद्योग सूती वस्त्र उद्योग है । ✔️ राजस्थान की प्रथम सूती वस्त्र मिल कृष्णा सूती वस्त्र मिल ब्यावर (Krishna Cotton Textile Mill Beawar) है, जिसकी स्थापना 1889 में सेठ दामोदर दास राठी द्वारा की गई । जिसमें सबसे अधिक कार्यशील करघे है ।
✔️ महालक्ष्मी टेक्सटाईल्स मिल ब्यावर (Mahalaxmi Textiles Mill Beawar) में स्थित है, जिसकी स्थापना 1925 में हुई ।
✔️ पाली जिले में स्थित राजस्थान की सबसे बड़ी मिल उम्मेद मिल्स (Umaid Mills) की स्थापना 1942 में हुई ।
✔️ वर्तमान राजस्थान में 23 वस्त्र मिलें है । जिनमें 17 मिलें निजी क्षेत्र, 3 सार्वजनिक क्षेत्र की (2 ब्यावर व 1 विजयनगर में) व 3 सहकारी कताई मिलें (गुलाबपुरा, गंगापुर व हनुमानगढ़ में) कार्यरत है ।
✔️ 1949 में कुल 7 सूती वस्त्र मिलें कार्यरत थी ।
चीनी उद्योग (Sugar industry)
नमक उद्योग (Salt industry)
सीमेंट उद्योग (Cement industry)
✔️ सीमेंट उत्पादन में राजस्थान का देश में प्रथम स्थान है।
✔️ राज्य का प्रथम सीमेन्ट कारखाना बूंदी जिले के लाखेरी (Lakheri) नामक स्थान पर क्लिक निक्सन कम्पनी द्वारा एसोसिएट सीमेंट कम्पनी
(Associate Cement Company) (ACC) के नाम से 1915 में स्थापित किया गया, किन्तु यहां उत्पादन कार्य 1917 से शुरू हुआ ।
✔️ राज्य के सवाईमाधोपूर जिले में 1953 में जयपुर उद्योग लिमिटेड सीमेन्ट कारखाने की स्थापना की गई यहां त्रिभुवन छाप सीमेन्ट (Tribhuvan Imprint Cement) उत्पादित होता था वर्तमान में यह फैक्ट्री बन्द हो चुकी है । यह दक्षिणी एशिया का सबसे बड़ा सीमेन्ट कारखाना था।
✔️ 10 मई 1967 को राज्य के चित्तौड़गढ़ जिले में चेतक छाप सीमेन्ट (Chetak Imprint Cement) का कारखाना स्थापित किया गया ।
✔️ उत्पादन की दृष्टि से सर्वाधिक क्षमता जे.के सीमेंट निम्बाहेड़ा (JK Cement Nimbahera) की है, जबकि सबसे कम उत्पादन क्षमता श्रीराम सीमेन्ट श्री रामनगर कोटा (Shriram Cement Shri Ramnagar Kota) की है | राजस्थान में सफेद सीमेन्ट का उत्पादन गोटन नागौर व मांगरोल (Gotan Nagaur and Mangrol) (निम्बाहेड़ा) में होता है।
✔️ वर्ष 2002 में माँगरोल चित्तौड़गढ़ में सफेद सीमेन्ट का कारखाना खोला गया । राज्य का सफेद सीमेन्ट का सबसे बड़ा कारखाना खारिया-खंगार जोधपुर (Kharia-Khangar Jodhpur) में स्थित है ।
संगमरमर व ग्रेनाईट उद्योग (Marble & Granite Industry)
✔️ संगमरमर की सर्वाधिक इकाईया राजसमन्द जिले में है । राजस्थान में मकराना नागौर (Makrana Nagaur) से उपलब्ध संगमरमर अपनी गुणवत्ता के लिये विश्व प्रसिद्ध है ।
महत्वपूर्ण तथ्य
✔️ वनस्पति घी (Vegetable Ghee) का प्रथम कारखाना 1964 में भीलवाड़ा में स्थापित किया गया ।
✔️ झोटवाडा का आमेर वनस्पति घी, दर्गापुरा जयपर का रोहिताश्व वनस्पति घी, विश्वकर्मा जयपर का महाराजा वनस्पति घी, चित्तौड़गढ़ का मेहता वेजिटेबल घी एवं निवाई टोंक का केसरी वनस्पति घी प्रसिद्ध है । (Amer Vanaspati Ghee of Jhotwada, Rohitashvana Vanaspati Ghee of Dargapura Jaipur, Maharaja Vanaspati Ghee of Vishwakarma Jaipur, Mehta Vegetable Ghee of Chittorgarh and Kesari Vanaspati Ghee from Niwai Tonk)
अन्य प्रमुख उद्योग
राजस्थान के प्रमुख कुटीर उद्योगों के उत्पादन
ब्लेक पाटरी ➡️ कोटा
ब्ल्यू पॉटरी ➡️ जयपुर
छाता ➡️ फालना पाली
गोटा उद्योग ➡️ खण्डेला (सीकर), भिनाय, रामसर (अजमेर)
माचिस, कागजी पोटरी, गुटखा, होजरी ➡️ अलवर
जाजम ➡️ आकोला (चित्तौड़गढ़)
बेवाण लकड़ी की मूर्तियां ➡️ बस्सी (चित्तौड़गढ़)
थेवा कला ➡️ प्रतापगढ़
वस्त्र ➡️ भीलवाड़ा
मिट्टी की मूर्तियां ➡️ मोलेला (राजसमन्द)
पीला संगमरमर ➡️ जैसलमेर, नसौती (जालौर)
सफेद संगमरमर ➡️ मकराना (राजसमन्द)
पीला व गुलाबी संगमरमर ➡️ जालौर
हरा संगमरमर ➡️ डूंगरपुर, उदयपुर
काला संगमरमर ➡️ भैसलाना (जयपुर)
स्लेटी संगमरमर ➡️ कोटा
लाल संगमरमर ➡️ करौली, धौलपुर
पत्थर की जालियाँ ➡️ सिकन्दरा (दौसा)
कांसे के बर्तन ➡️ बदनोर (भीलवाड़ा)
चन्दन के चाकू ➡️ चुरू
तलवार/चाकू ➡️ सिरोही
जूते एवं मौचड़ी ➡️ जयपुर, जोधपुर
कोटा डोरिया, मसुरिया साडियां ➡️ कैथून, कोटा
पाव रजाईयां ➡️ जयपुर
रमकड़ा उद्योग ➡️ गलियाकोट (डूंगरपुर)
बादला, मोठडे, मोचडियां ➡️ जोधपुर
फड़ पेन्टिंग ➡️ शाहपुरा (भीलवाड़ा)
पिछवाई ➡️ नाथद्वारा (राजसमन्द)
हाथ की छपाई ➡️ सांगानेर एवं बगरू (जयपुर)
उस्ता कला ➡️ बीकानेर
अजरक प्रिन्ट एवं मलीर प्रिन्ट ➡️ बाडमेर
पेच वक्र ➡️ शेखावाटी
दरिया उद्योग ➡️टांकला गाँव (नागौर), लवाण (दौसा)
टेराकोटा कला ➡️ मोलैला (राजसमन्द)
लहरिया ➡️जयपुर
( राजस्थान के पर्यटन उद्योग भाग-2 ➡️ अगले पाठ में )